What to eat and avoid to reduce cholesterol?
हेलो दोस्तों आज हम चर्चा करेंगे कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले आहार की और साथ ही आपको बताएंगे ऐसे आहार के बारे में जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं ।
तो सबसे पहले हमें यह जानना जरूरी है कि कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना किसे कहते हैं?
हमारे शरीर में मौजूद बसा में सभी फैट अच्छे या फिर सभी फैट बुरे नहीं होते कुछ अच्छे प्रोटीन होते हैं और कुछ हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले प्रोटीन और वसा होती हैं। गुड वसा या फिर अच्छी वसा शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन बेड फैट से शरीर में बहुत सी बीमारियां शुरू हो जाती हैं जिसमें से मुख्य बीमारी दिल की बीमारी है।
हमारे शरीर में दो मुख्य तरह के फैट होते हैं, एच डी एल (HDL) और एलडीएल(LDL)।
HDL मतलब हाई डेंसिटी लिपॉप्रोटीन और LDL मतलब लो डेंसिटी लिपॉप्रोटीन, जिसमें एचडीएल गुड कोलेस्ट्रॉल होता है और एलडीएल बैड कोलेस्ट्रॉल होता है। एचडीएल का लेवल हाई होने का मतलब है कि शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा है मतलब शरीर अच्छे से काम कर रहा है और दिल मे कोई परेशानी नहीं है आगे भी परेशानी होने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह शरीर में जमा कोलेस्ट्रोल को बाहर निकालने की ताकत रखता है।
एलडीएल का लेवल हाई होने का मतलब होता है कि शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ गई है जिससे आने वाले समय में दिल की परेशानी होने की संभावना बढ़ जाती है इससे अन्य रोग भी जन्म लेते हैं और यह परेशानी का संकेत होता है।इसलिए हमें अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे हमारे शरीर में एचडीएल की मात्रा बड़े और एलडीएल की मात्रा कम रहे।
आज हम ऐसे आहार के बारे में बात करेंगे जिन का सेवन करके आप कोलेस्ट्रोल बढ़ने की समस्याओं को दूर कर सकते हैं क्योंकि यह ऐसी समस्या नहीं है जिससे तुरंत डॉक्टर से इलाज शुरू कराया जाए और मोटी मोटी दवाइयों का सेवन शुरू कर दिया जाए कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ आने पर यदि आप अपने खानपान में बदलाव लाते हैं और थोड़ी सी सावधानी तथा योगा शुरू करते हैं तो कोलेस्ट्रोल का लेवल सही किया जा सकता है।
यदि कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ नया भी हो तब भी हमें ऐसे आहार को लेना चाहिए जिन स आने वाले समय में भी कोलेस्ट्रोल का लेबल बड़े नहीं मतलब एलडीएल का लेबल ने बड़े और एचडीएल का बढ़ता रहे जिससे शरीर में जमा हुआ कोलेस्ट्रोल बाहर निकलता रहे। आइए चर्चा करते हैं-
क्या खाएं-
कोशिश करें कि हमारे डाइट में घुलनशील फाइबर की मात्रा ज्यादा हो जिससे एचडीएल बड़े और एलडीएल कम हो इसके लिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों की मात्रा को बढ़ाएं जैसे पालक मेथी बथुआ आदि। जाड़े के दिनों में गाजर और चुकंदर का सेवन जरूर करना चाहिए यह हमें अच्छी मात्रा में beta-carotene और फाइबर प्रदान करती हैं।
आजकल खीरा हर मौसम में उपलब्ध होता है इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें साथ ही जितने भी प्रकार के शिमला मिर्च आते हैं वह सभी फाइबर से भरपूर होते हैं। एवोकाडो में भरपूर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होता है।
हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारे आहार में अनसैचुरेटेड चैट की मात्रा रहे सैचुरेटेड फैट में हो, घुलनशील बसा शरीर के लिए जरूरी होती है परंतु घुलनशील फंसा शरीर को नुकसान पहुंचाती है यह शरीर में वसा का जमाव करती है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को पढ़ाती है इसके लिए अनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर चीजों का सेवन करें।
ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम और अखरोट में भारी मात्रा में मोनो अनसैचुरेटेड फैट्स शामिल होते हैं इनका सेवन जरूर करना चाहिए। इनको कम मात्रा में और भिगोकर रखने के बाद खाना चाहिए क्योंकि इनमें भारी मात्रा में कैलोरीज होती हैं जो आपका वजन भी बढ़ा सकती हैं। तिल और कद्दू के बीज का सेवन भी करते रहे।
हमें अपनी डाइट में मोटे अनाज को शामिल करना चाहिए जैसे चना ओट्स, जौ, बाजरा साथ ही चावल को बिना पॉलिस उतारे खाना चाहिए क्योंकि पॉलिश उतार कर उनमें मौजूद विटामिंस एंड मिनरल्स निकल जाते हैं। ओट्स का सेवन अपनी डाइट में जरूर करें यह किसी भी रूप में खा सकते हैं जैसे दलिया बनाकर पोहा बनाकर या फिर चीला बनाकर।
सभी प्रकार की दालें अपने आहार में जरूर ले इनमें जरूरी मात्रा में प्रोटीन और अनसैचुरेटेड फैट्स तथा फाइबर शामिल होता है। अगर अंडे खाते हैं तो कोशिश करें कि अंडे का पीला भाग न खाएं सफेद भाग में प्रोटीन होता है उसी को ग्रहण करें। सोयाबीन से बनी चीजों का सेवन करें जैसे टोफू सोया चंक्स
क्या न खाएं-
हमें यह जानकारी होनी चाहिए कि किन चीजों में सैचुरेटेड फैट शामिल होता है इन चीजों को खाने में शामिल ना करें जैसे मांस मछली जंक फूड आदि। पैकिंग के सामान को खाने में अवॉइड करना चाहिए प्रोसैस्ड फूड कोलेस्ट्रोल की मात्रा को बढ़ाते हैं। बाजार में उपलब्ध सभी प्रकार की सॉस को खाने से बचना चाहिए। पैकिंग की चीजों में सिचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ा देती हैं।
सभी प्रकार के जंक फूड को खाने से बचना चाहिए जैसे बर्गर पिज़्ज़ा पेस्ट्री आदि इनमें भारी मात्रा में अनसैचुरेटेड फैट्स होता है। अंडे में मौजूद पीले भाग को खाने से बचें। फुल क्रीम मिल्क को पीने से बचना चाहिए दूध को पीने से पहले उस में उबालकर मलाई उतारे उसके बाद के इससे दूध में मौजूद वसा की मात्रा काफी कम हो जाती है।
चीज से बनी हुई चीजें खाने से बचें में भारी मात्रा में सेंचुरेटेड फैट्स होते है। सभी प्रकार के कुकीज और पैक्ट आइटम खाने से बचें इन म भारी मात्रा में ट्रांस फैट मौजूद होता है।
अगर हम अपने आहार पर ध्यान देते रहें और सही आहार लेते रहे तो हम बहुत सारी समस्याओं को होने से पहले ही खत्म कर देंगे इसलिए अच्छा खाइए और स्वस्थ रहिए। धन्यवाद।
अस्वीकरण: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की ‘healthime.in’ पुष्टि नहीं करता है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।