बुखार के बाद पेट में इन्फेक्शन (घरेलू उपाय) Stomach infection after fever

बुखार के बाद पेट में इन्फेक्शन (घरेलू उपाय) Stomach infection after fever

बुखार के बाद पेट में इन्फेक्शन (घरेलू उपाय)

हेलो दोस्तों, आज हम चर्चा करेंगे बुखार ठीक होने के बाद पेट में इंफेक्शन हो जाता है जिससे खाना पचने में परेशानी होती है और पेट दर्द भी होता है कभी-कभी तो यह समस्या ज्यादा गंभीर रूप ले लेती है। दरअसल यह बुखार होने पर सेवन की जाने वाली दवाइयों के कारण हमारे शरीर में कुछ अच्छे जीवाणु के नष्ट होने के कारण होता है इससे हमारे पाचन पर बहुत असर पड़ता है। बुखार की दवाइयों से लीवर बहुत डैमेज होता है लीवर के काम करने की क्षमता बहुत कम हो जाती है जिससे पाचन में परेशानी पड़ती है और खाने का मन भी नहीं करता। कभी-कभी तो उल्टी के आने की शिकायत भी महसूस होती है मुंह का स्वाद भी कड़वा बना रहता है जिससे कमजोरी महसूस होती रहती है। कभी-कभी तो पेट का इन्फक्शन इतना बढ़ जाता है कि दस्त की शिकायत भी होती है और पेट में दर्द की समस्या भी गंभीर रूप ले लेती है।

हमारे आंत में एक पायलो रिया नाम का वायरस रहता है जो एक निश्चित मात्रा में आंतो में रहकर खाने को पचाने में मदद करता है परंतु पेरासिटामोल के सेवन से इस वायरस की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो जाती है जिसके कारण यह आंतों को डैमेज करना शुरू कर देता है। इस वायरस की बढ़ोतरी के कारण आंतों में सूजन और कभी-कभी तो घाव होने की समस्या भी हो जाती है इस कारण पेट में दर्द बना रहता है खाने को पचाने में और फ्रेश होने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आज हम बुखार के बाद पेट में होने वाले इन्फेक्शन और परेशानी के बारे में बात कर रहे हैं और उसको ठीक करने के कुछ घरेलू उपाय के बारे में आपसे चर्चा करेंगे जो मेरे आजमाएं हुए हैं और इसका बहुत अच्छा रिजल्ट मैंने खुद देखा है।

बुखार होने के बाद ठीक होने पर हल्का भोजन करना चाहिए जिससे पाचन में ज्यादा समस्या ना हो और हमें पौषक आहार भी ग्रहण करना चाहिए क्योंकि बुखार के बाद आने वाली कमजोरी से लड़ना भी बहुत जरूरी है। हल्का भोजन जैसे मूंग और मसूर की दाल का सूप पीना बहुत अच्छा रहता है साथ ही मूंग की दाल की खिचड़ी भी रोगी को ठीक होने में बहुत मदद करती है। टमाटर का सूप या फिर मिक्स वेजिटेबल का सूप बहुत टेस्टी और पोसटीक ऑप्शन है। सब्जियों में लौकी तोरी जैसी सब्जियां खाना अच्छा होता है क्योंकि एक तो यह हरी सब्जियां हैं और इनका पाचन भी बहुत जल्दी हो जाता है साथ ही यह पोषक तत्वों से भरपूर भी रहती हैं।

 

ऐसे में फलों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए आजकल बाजार में कीवी नाम का फल बहुत चलन में है और यह बुखार के बाद होने वाली कमजोरी के लिए बहुत अच्छा है इसमें वह सारे पोषक तत्व होते हैं जो बुखार के बाद होने वाली कमजोरी से उभरने के लिए जरूरी होते हैं यह हमारे शरीर में होने वाले प्लेट्स की कमी की पूर्ति भी करता है साथ ही विटामिन सी से भरपूर होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी भी करता है। पपीता भी बहुत अच्छा फल है यह हमारे पाचन को दुरुस्त रखने में और पोषक तत्वों की पूर्ति करने में बहुत मददगार है। सेव तो सदाबहार फल होता है और यह सभी रोगों में बहुत अच्छा होता है। आप जूस का सेवन भी कर सकते हैं लिक्विड डाइट को ज्यादा से ज्यादा ग्रहण करने की कोशिश करें क्योंकि इससे पाचन मजबूत रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है साथ ही हमारे शरीर के सभी पोषक तत्वों की पूर्ति भी आसानी से हो जाती है।

अब हम कुछ घरेलू नुक्से के बारे में चर्चा करते हैं –

1) अगर पेट में दर्द की समस्या हो तो एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन तथा एक चम्मच सौंफ को अच्छे से वाले और आधा पानी बचने पर छानकर उसमें काला नमक भी मिला सकते हैं और इसको पी लें इससे पाचन अच्छा होगा और यदि गैस की समस्या होगी तो वह भी नष्ट हो जाएगी।

2) पाइलोरी वायरस की बढ़ोतरी होने के कारण आंतों में इन्फेक्शन हो जाने पर इस का इलाज घरेलू इलाज यह है कि मुलेठी का एक 1 इंच के दो टुकड़े को अच्छे से कूट कर भिगो के रख दे दो-तीन घंटे होने के बाद इस पानी को छानकर पीने से हाथों में होने वाले जख्म में काफी आराम मिलता है।

3) पुदीना भी पाचन के लिए बहुत अच्छा है बुखार के बाद होने वाली पाचन की समस्या से निजात पाने के लिए पुदीने की लगभग 20 पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से पाचन की समस्या दूर होती है और लीवर में होने वाली कमजोरी भी दूर होती है जिससे पाचन दुरुस्त हो जाता है।

4) बुखार के बाद पेट में इंफेक्शन होने पर अगर दर्द लगातार बना रहता है तो एक गिलास पानी में 10 पत्ते तुलसी के एक चम्मच अजवाइन एक चम्मच सौंफ और मुलेठी का 2 इंच का टुकड़ा कूटकर डालें और इसे अच्छे से पका लें आधा रह जाने पर छानकर पीले इसे सुबह और शाम पीना लाभदायक होता है दो-तीन दिन में ही इस समस्या से निजात मिल जाती है।

5) व्यायाम करना भी बहुत लाभदायक सिद्ध होता है वज्रासन में बैठना पाचन को दुरुस्त बनाता है खाना खाने के बाद कम से कम 10 मिनट तक जरूर टहले। अनुलोम विलोम कपालभाति जैसे व्यायाम को अवश्य करें इससे पाचन को सुधारने में काफी मदद मिलती है।

6) दलिए का सेवन करते रहे सूप भी बहुत अच्छे होते हैं अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा तरल चीजों को ग्रहण करें।

ज्यादा समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य ले इंफेक्शन में डॉक्टर कुछ एंटीबायोटिक दवाइयां देते हैं जिससे इंफेक्शन से निजात पाने में मदद होती है शादी घरेलू उपाय भी करते रहे इससे जल्दी आराम पहुंचता है। धन्यवाद।

अस्वीकरण: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की ‘healthime.in’ पुष्टि नहीं करता है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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