अर्जुन की छाल

अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कैसे करें, यह दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है

अर्जुन की छाल हृदय रोगों के इलाज में एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। अर्जुन का वृक्ष भारत में पाया जाता है और इसकी छाल का उपयोग हृदय स्वास्थ्य के लिए किया जाता है।

अर्जुन की छाल में फ्लावनॉइड्स, टैनिन, ग्लाइकोसाइड और काफी अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। अर्जुन की छाल के उपयोग से हृदय संबंधी समस्याओं, जैसे उच्च रक्तचाप, अस्थमा, अनिद्रा और अधिक ठंडा हो जाना आदि समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।

अर्जुन की छाल ताजा रूप से सूखाकर उसे पाउडर बना लिया जाता है, जो आमतौर पर कई रूपों में उपलब्ध होता है, जैसे कि कैप्सूल, टैबलेट और लोहे के छिद्रों में भरा गया पाउडर। हालांकि, इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कैसे करें:

अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

1. अर्जुन के पत्ते या छाल का काढ़ा बनाएं: आप अर्जुन के पत्तों या छाल को उबालकर काढ़ा बना सकते हैं और इसे रोजाना दो बार पी सकते हैं। इससे हृदय संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है।

2. अर्जुन के पत्ते या छाल का पाउडर: अर्जुन की छाल को सूखा कर पाउडर बना सकते हैं और उसे शहद या पानी के साथ ले सकते हैं।

3. अर्जुन के छाल के दबाव का उपयोग: अर्जुन के छाल को ताजा या सूखा कर दबाव के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसे हृदय संबंधी समस्याओं में उपयोग किया जाता है।

4. अर्जुन की छाल के सप्लीमेंट्स: अर्जुन की छाल के सप्लीमेंट्स बाजार में उपलब्ध होते हैं। आप इन्हें डॉक्टर के परामर्श के बाद ले सकते हैं।

अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। इससे आपको इसके उपयोग से संबंधित सही जानकारी मिलेगी और आप इसे सही मात्रा में ले सकेंगे।

अर्जुन की छाल के अधिक मात्रा में लेने से उन्हें संबंधित समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि बार-बार उलटी, दस्त, चक्कर या सिरदर्द इत्यादि। इसलिए, इसका उपयोग केवल विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही किया जाना चाहिए।

अस्वीकरण: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की ‘healthime.in’ पुष्टि नहीं करता है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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